कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।। कोरे कागज़ का टुकड़ा हूँ चाहे जैसा देखना चाहो दिखता वैसा हूँ।।
बस चलाते चलाते ऊँचे पहुँचाते काश। बस चलाते चलाते ऊँचे पहुँचाते काश।
लौट कर आ जाओ मेरी जिंदगी में तुम अगर मुक्कमल जहाँ मेरा मुक्कदर बन जाये। लौट कर आ जाओ मेरी जिंदगी में तुम अगर मुक्कमल जहाँ मेरा मुक्कदर बन जाये।
कागज़ पर ज़िंदगी मेरी गुलिस्तां-ए- ग़जल बन गई...! कागज़ पर ज़िंदगी मेरी गुलिस्तां-ए- ग़जल बन गई...!
पा जाऊँ एक झलक बस तेरी, तो तस्वीर से धूल हटा सकते हैं। पा जाऊँ एक झलक बस तेरी, तो तस्वीर से धूल हटा सकते हैं।
मत लौट कर दोबारा मेरी जिंदगी में आना। मत लौट कर दोबारा मेरी जिंदगी में आना।